पृष्ठ:भूगोल.djvu/८३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

भूगोल [वर्ष १६ याद में बड़े समारोह के साथ मनाया जाता है। कर्णपाल (१०८७-११२)- हेमकरण ने अपना राज्य काफ़ी बढ़ाया। बुढ़ापे के करन, कन्नार शाह, सानकदेव, नानकदेव, माह- कारण वह गहरवारपुर (गौरा, मिर्जापुर जिला) पती, अजय भूपति, अर्जुनपाल आदि राजाओं ने बिन्ध्यवासिनी देवी के स्थान के समीप जाकर तपस्या लगभग १४४ वर्ष तक राज किया। उसके बाद करने लगा। वीरभद्र बड़ा पुत्र राज्य का मालिक सोहनपाल राजा हुआ। ओरछा राज्य मोजी मील m. गनेशा पोस मासान SNET गमपुरी दिन E VIIIचवट मेरा विही TASजतारा 58888व्हीमी पकी महक कच्ची LE जाम गा बंडग लेगमाRAS AMALबरी मालगाड/ टो दोश पुरातत्य मांग दिसमग लिया सरगम हुआ । इसने तातार स्वाँ से जगमानपुर में युद्ध सोहनपाल ( १२३१-५६ )- किया। इसी बीच इसने मोहानी पर अधिकार जमा लिया और अपनी राजधानी बनाया। इसने पाँच सोहनपाल पहला ऐतिहासिक राजा कहा जा शादियां की और पांच पुत्र हुये। दूसरी से रनधीर सकता है जिसने ओरछा राज्य में राज किया। वह तीसरी से कर्णपाल, चौथी से हीराशाह और हंस झांसी से ३० मील उत्तर आकर गढ़कुण्डार में राज और पांचवीं से कल्याण सिंह पैदा हुये । ज्येष्ठ आया और राज्य स्थापित किया। उसके बाद सह- पुत्र की मृत्यु के कारण कर्णपाल राजा बना। जेन्द्र, नानकदेव, पृथीराज, रामसिंह, रामचन्द्र,