पृष्ठ:भूगोल.djvu/९८

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१७ अङ्क १-४] रीवा राज्य १८६६ में राजा को मृत्यु हो गई। इनके चार पुत्र कचहरी, ३-निजामत, ४-खजाना, ५.-रेवन्यू, धीरसिंह देव, विक्रमादित्य, जगतराज और रघुवीरसिंह थे। ६-कर, ७-शिक्षा, ८-प्रजाकार्य (पब्लिक वर्स ) वीरसिंहदेव ( १८६६- )- ६-पुलीस, १०-औषधालय । पिता की मृत्यु के बाद वर्तमान राजा राजगद्दी पर बैठे। राजनैतिक विभाग- १६०३ में दिल्ली दरबार में राजा गए और १६०५ में राज्य चार तहसीलों में बंटा है। प्रत्येक तहसील एक इन्दौर में महाराज जार्ज पश्चम और महारानी से मिले। तहसीलदार के अधिकार में है । जो रेवन्यू अफ़सर, १९०७ में प्रथम श्रेणी का कैसर-हिन्द का मॉडल मिला। मजिस्ट्रेट और सिविल जज का काम करता है । पुलीस वर्तमान समय में राजा की पदवी हिज हाइनेस थानेदार उसकी सहायता के लिये रहता है। महाराजाधिराज है। न्याय और क़ानून- कानून बनाने वाली कोई सभा नहीं है। राजा को आज्ञा- जन-संख्या- नुसार दीवान कभी कभी आज्ञा पत्र निकालता है जिसका यहाँ की जन-संख्या लगभग ३४ हजार के है। गाँव पालन कानून की भाँति ही होता है। और टाऊन सभी मिल कर ६१ हैं। ७६ की जनसंख्या कचहरियाँ- ५०० के नीचे है। ५ की जन-संख्या १००० और ५०० के बीच की है। ६ की जन-संख्या २००० और १००० के सब से छोटी कचहरी तहसीलदार की है । नाज़िम की बीच है और एक ( प्रधान नगर ) की जन-संख्या ५००० से कचहरी इसके ऊपर है । और पाँच साल तक की सजा देने का अधिकार है। नाज़िम की कचहरी के ऊपर दरवार-श्राम अधिक है। दुल लगभग ३२ हजार हिन्दू , और ३२ जैन और २२२६ मुसलमान हैं । या दीवान की कचहरी है जो सभी मामलात की अपील सुनता है । इसके ऊपर हुजूर-दरबार या राजा की कचहरी है। बुन्देलखण्डी हिन्दी भाषा बोली जाती है। केवल २ जीवन भर की सज़ा या फाँसी के मामलात का फैसला राजा प्रतिशत पढ़े-लिखे हैं। के ही हाथ में रहता है। दीवान या मन्त्री के यहाँ की अपील शासन- हुज़र-दरबार में होती है। माल के मामलात में माशिम राजा सभी कार्यों और मामलों में प्रधान माना जाता १५,००० रु. तक के मुकदमे कर सकता है । मन्त्री के यहाँ है । राजा की सहायता के लिये वजीर रहता है । वज़ीर सभी किसी मूल्य के मुकदमे हो सकते हैं, मन्त्री के यहाँ की अपील डिपार्टमेन्ट्स का निरीक्षण करता है। राजा के यहाँ होती है। शासन विभाग- वर्तमान नरेश हिज हाईनेस राजा राधाचरन सिंह राज्य का शासन निम्न लिखित विभागों में विभाजित जूदेव बहादुर ( गूजर ) हैं। आपको ११ तोपों की सलामी है । १-हुजूर दरबार, २-दरबार आम या वज़ीर की लगती है और आप चैम्वर श्राफ प्रिन्सेज के मेम्बर हैं। 93