पृष्ठ:मरी-खाली की हाय.djvu/१६३

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( १५४ ) भी हो तो मैं उसे क्षमा करता हूँ वह देश का प्यारा पुत्र है। मैंने सब कुछ उसे दिया तो स्त्री पुत्र भी सही इसके बाद उसका सर्वाङ्ग काँपने लगा और वह वहीं धरती पर गिर पड़ा। अभी तक उसे होश बाकी था। एक अधिकारी ने आगे बढ़ कर कहा "यह तमने क्या किया ? "प्रायश्चित ! क्यों कि कल रात से मैं उसे विश्वासघाती समझने लगा था जाओ तुम्हारा बुरा हो।" इसके कुछ क्षण बाद ही उसके प्राण पखेरू उड़ गया।