पृष्ठ:मरी-खाली की हाय.djvu/७९

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( ) पीना शुरु किया। उस समय अंग्रेजों को यह धारणा नहीं थी कि यह सीधी सादी गाय एशियाटिक राष्ट्रों के हरे भरे चरागाहों में चरने के लिये कान पूछ हिलायेगी । इस परिस्थिति में उत्तर की ओर से दक्षिण की ओर पाँव फैलाने वाला रूस और दक्षिण की ओर अपना सिर ऊँचा उठाने वाला इंगलैंड, दोनों पहले पहल प्रति स्पर्धी हुए। इसके बाद चीन और जापान का युद्ध हुआ। योरोपियन युद्ध कला की सहायता से जापान विजयी हुआ, जिस से पूर्वी एशिया में एक हलचल उत्पन्न हो गई। और यारोप को यह भय होने लगा कि अगर एशियाई राष्ट्र योरोपियन युद्धकला सीख लेंगे, तो जन संख्या के बल से वे योरोपियन राष्ट्रों को तहस नहस कर डालेंगे। इसके दस ही वर्ष बाद जापान ने रूस को पछाड़ कर इस भय को सत्य कर दिया । योरोप को मालूम होने लगा कि एशिया के पूर्व में सूर्योदय हो गया है । जापान की इस विजय से "गोरे राष्ट्र अजेय हैं ?” यह गर्व चकनाचूर हो गया। एशिया में हलचल मच गई । जापान खम ठोक कर योरोपियन राष्ट्रों की पंक्ति में जा बैठा । स्याम अपना घर सुधारने लगा। ईरान में शाह और जनता के बीच बखेड़े शुद्ध हो गये। टर्की में तरुण संघ स्थापित हो गया। इसके दस वर्ष बाद योरोपीय महायुद्ध श्रा धमका। पृथ्वी के नक्शे की ओर अगर हम देखें तो प्रतीत होगा कि..