पृष्ठ:मल्लिकादेवी.djvu/१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।

श्रीहरिः


मल्लिकादेवी

@ वा @

बङ्गसरोजिनी

उपन्यास

लखनऊ की कब्र. राजसिंह,चपला, माधवीमाधव, तारा,पन्नायाई,

इन्दिरा,लीलावती,रजीयाबेगम,मल्लिकादेवी,राजकुमारी,स्वर्गीय-

कुसुम,तरुणतपस्विनी,हृदयहारिणी, लवङ्गलता, याकूतीतली,

कटेमूड़ की दो दो बातें, कनककुसुम, सुखशर्वरी, गुलबहार

इत्यादि उपन्यासों के रचयिता-

श्रीकिशोरीलालगोस्वामि-रचिता


"नालं सुखाय सुहदो नालं दुःखाय शत्रवः।

नालमर्थाः समर्थानां न सुखानामलं धनम् ।।"

(महाभारत)

श्रीछबीलेलालगोस्वामि-द्वारा

श्रीसुदर्शनप्रेस, वृन्दावन से छपकर प्रकाशिता ।

(सर्वाधिकार रक्षित.)

दुसरी बार}१०००
{मूल्य बारह आने
सन् १९१६ ईस्वी