पृष्ठ:महावीरप्रसाद द्विवेदी रचनावली खंड 4.djvu/३०७

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मुक्ति-फ़ौज के अधिष्ठाता जनरल बूथ / 303 उनका शरीर सुदृढ़ था और वे अस्सी वर्ष की अवस्था में भी मोटर गाड़ी द्वारा हजारों मील की यात्रा करने में कष्ट-बोध न करते थे। 83 वर्ष की उम्र में, गत 20 अगस्त 1912 को, 47 घन्टे अचेत रहने के पश्चात्, इस महात्मा का देहान्त हो गया। इंगलैंड भर में शोक छा गया और छोटे बड़े सब प्रकार के आदमियों ने इस जातीय शोक में साथ दिया। सम्राट् जार्ज और अन्य बादशाहों ने मुक्ति-फ़ौज से, उसकी इस क्षति पर, अपनी समवेदना प्रकट की। जनरल बूथ के बड़े बेटे, ब्रामवेल बूथ, अब पिता की गद्दी पर बैठ कर मुक्ति- फ़ौज का काम चला रहे हैं । वही अब इस फ़ौज के प्रधान नायक हैं। - [अक्टूबर, 1912 में प्रकाशित । 'चरित्र-चित्रण' पुस्तक में संकलित ।]