पृष्ठ:महावीरप्रसाद द्विवेदी रचनावली खंड 4.djvu/९

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क्रम भाग : दो सम्पादकीय हेग का राष्ट्रीय न्यायालय 109 जापान-सागर के विजयी वीर 113 भाग: एक लार्ड कर्जन-लार्ड मिण्टो 115 पेरू का प्राचीन सूर्य-मन्दिर 17 सबसे बड़ा हीरा 118 प्राचीन मिश्र में हिन्दुओं की आबादी 20 जापान की शिक्षा प्रणाली 121 बौद्धों के द्वारा अमेरिका का आविष्कार 23 जापान के स्कूलों में जीवन-चरित बाली-द्वीप में हिन्दुओं का राज्य 26 शिक्षा 123 कम्बोडिया में प्राचीन हिन्दू-राज्य 30 अंगरेजी प्रजा का पराक्रम 124 अफ़ग़ानिस्तान में बौद्धकालीन चिह्न 34 एक तरुणी का नीलाम 128 सुमात्रा और जावा आदि द्वीपों में चीन के विश्वविद्यालयों की प्राचीन हिन्दू-सभ्यता 39 परीक्षा प्रणाली 130 अमेरिका के गांव 133 विलायत में उपाधियों का विलियम जोन्स ने कैसे संस्कृत सीखी 47 क्रय-विक्रय 137 अंगरेजों का साहित्य-प्रेम 51 युद्ध-सम्बन्धी अन्तर्जातीय नियम 140 पुराने अंगरेज़ अधिकारियों के तुर्कों का उत्थान और पतन 146 संस्कृत पढ़ने का फल 53 कावागुची की तिब्बत-यात्रा 151 योरप में विद्वानो के संस्कृत-लेख जर्मनी का व्यवसाय 164 और देवनागरी लिपि 58 स्वेज नहर 167 योरप में कालिदास 63 निष्क्रिय प्रतिरोध का परिणाम 170 योरप के कुछ संस्कृतज्ञ विद्वान् और बलगारिया 175 उनकी साहित्य-सेवा 66 चीन में बौद्ध धर्म 178 संस्कृत-साहित्य-विषयक विदेशियों पेरिस 181 की ग्रंथ-रचना 70 जापान और भारत में शिक्षा का जर्मनी में संस्कृत भाषा का तारतम्य 184 अध्ययन-अध्यापन 76 लीग आफ़ नेशन्स का खर्च और भारत 187 भाग:तीन अमेरिका में कृषि-कार्य 192 कोरिया और कोरिया-नरेश 81 तिब्बत 85 भाग:चार नेपाल 89 कोपर्निकस, गैलीलियो और न्यूटन 197 जापान की जीत का कारण 98 कुमारी एफ० पी० कॉब 202 102 ऐनी कैथराइन लायड 205 शान्ति-सभा के शान्ति-प्रेम का फ़ारसी कवि हाफिज 207 एक उदाहरण 106 लेडी जेन ग्रे 214 सचिव-युग्म ---