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ठाकुर का कुओं

गंगी के हाथ से रस्सी छूट गई। रस्सी के साथ घड़ा धड़ाम से पानी में गिर। और कई क्षड़ तक पानी में हलकोरे की आवाजें सुनाई देती रही।

ठाकुर 'कौन है, कौन है ? पुकारते हुए कुएँ को तरक भा रहे थे और गंगी जगत से कूदकर भागी जा रही थी।

घर पहुँचकर देखा कि जोखू लोटा मुंह से लगाये वही मैला-गंदा पानी पी रहा है।