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मानसरोवर

पति -देख लेना, अम्माँ अब तुम्हे कितना प्यार करती हैं।

स्त्री-तुम भी देख लेना मैं उनकी कितनी सेवा करती हूँ।

पति --मगर शुरू तो उन्हों ने किया ?

स्त्री-केवल विचार में। व्यवहार मे आरम्भ मेरी ही ओर से होगा। भोजन पकाने का समय आ गया । चल्ती हूँ। आज कोई खास चीज़ तो न खाओगे ?

पति-तुम्हारे हाथो की रूखी रोटियाँ भी पकवान का मजा देंगी।

स्त्री -- अब तुम नटखटी करने लगे।





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