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पृष्ठ:मानसिक शक्ति.djvu/२१

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विचार शक्ति जादू है।
 


तुम हो जाओगे। इससे तुम बच नहीं सकते। यदि तुम्हारे विचार पवित्र शुभ और अच्छे हैं, तुम सभ्य बन जाओगे, फिर तुम बिगड़ नहीं सकते। जैसा मनुष्य विचारता है उसी के अनुसार वह बन जाता है।

 

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