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मिश्रबंधु-विनोंद

अश्वश्व-विनोद रचना -१६०७ } विवरण–शेख़ अदुलारूल के छोटे भाई थे । दान-( १०३) बादास दा गालबुले । रचनाद्ध-१६६६ । वित्रर---अकबर के यहाँ गाते थे । दाम---{ १०६ } इरिथ वल्लभ }। ग्रंथ-~-{ १ ) आचार्ज महाप्रभून की हादस दिदाता, (२) श्रीश्राचार्यजी महाभून के देव चौर वैष्व की वार्ता, (३) श्रीआचार्य महाप्रभून को मिञ ब्यको बृह घरूवात, ( ४ ) हॉलमारू की बार्ता, १५} भागी ॐ बक्षण, ( ६ ) द्विदलात्मक स्वरूप विचार, १७) गुवाई भाषा, { ८} गोसाईं के स्वरूप के चिंतन को भाई, ( १ ) झप्क्षचतार स्वरूप निर्णय, { १० } साप्त स्वरूप * भावना, १ ३३ ) बल्लभाचार्यजी के स्वरूप में चिंन्द्र भावबरसोत्सव, यमुना जी के नाम । रचलकाल-१६०७ }. नाम--{ १०७ } इबराहीम अदिलशाह बीजापुर-नरेश ! : मंथ-नौरस । । इचना --१६७८ । दिवस --इन शाह बीजापुर नै रस और राई र नौरस-नामऊ ग्रंथ बनाया था, जिसकी तारीफ़ ज़हूरी में की है। नाम- १०८ } बिंदुराम राबताना । इथ-हाड़ाद । चनकाल–१६०६ । । झिक्यु-विन श्रेछी । दाम---{ १०४ ) ऊधौराह है।