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मिश्रबंधु-विनोंद

३६३ मिधु-देनोंद ग्रंथ-फुटकर दोहे तथा ‘गुस्समास' तथा 'रगेज दीन महताज' रचनाकाल-१६६० के छगभग ।। विवरण-उपदेश राजनीति-विषय में । आश्रयदाता महाराा राय- सिंहजी,जिन्होंने सं० १६३० से १३८८ कि इज्य किया। ज्ञास-{ २२६ } गदाधरी । . ... .. । ग्रंथ--स्फुट पड़े। रचनाकाल-१६६० ।। विवरण साधार। अंश । नाम-{ २२६ } वनश्याम शुक्ल ।। अथ--{१} साँझी, (२) मानसपुरपश्चाक्ली । द्वि० ० ३ । जन्म-संवत्-१६३१ । रचनाकाल-१६६० । नाम--- ३३० } निहाल ।। जन्मकाल- १६३५। रचनाकाल--१६६० ।। नाम- २३१ } श्रीतांबरदास स्वामी । मंथ-बान । । रचनाकारू-१६६० के क़रीर । [ खोज १९६६ विक्र—स्वामी हरिदासजी के पुत्र थे । मधुसुदनदास * श्रेणी । . . . जाम-( २३२ } महाराजा मुकुंदसिंह हाड़ा कटानरेशं ।' | अन्माल--१६३१ । ३चनाकाल-१६६० हैं . . . विवरण --ये महाशय संवत् १७६६ में उज्जैन की लड़ाई में शाडू- जहाँ की और से जुड़कर औरंगज़ेब इरा मारे गए थें । चश्म-{ २३३) इरिसमदास प्राचीन ।