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मिश्रबंधु-विनोंद

मिश्रबंधू-वनोद . दरम– २१६) माधवदास चारणे । ग्रंथ-{१ ) गुणराम रास, (२) स्फुट पदे । कविताकालु–१६६४ [ खोज १६०१ ] । नाम--- ३६६ } दिलदार । जन्म-काल---१६१० । कविताल---१६७१। विबरण---हज़ारा में इनका काव्य है । निम्न श्रेणी है, नाम---( २६१ } बिदुध ब्रजवासी ( विद्यादास )। अन्न-काल--१६५० ।। | कविता-का -१६७१ } विवरण----श्रीकृष्णजी की ब्रीज का वर्णन किया । नान- २६३ } महाराज? मानसिंह । ग्रंथ–मानचरित्र । जन्म-काल-११६३ । । कविताकाल--१६७५ तक। विवरण:-ये महाराज जयपुरनरेश अञ्बर के प्रसिद्ध सेनापति थे । इन्होंने कवियों द्वारा ‘मानचरित्र' नामक अपने जीवन-चरित्र का उत्तम अंथ बनवाया । ये ये भी कवि और कविर्यों के आश्रयदाता थे। नाङ्ग---{ २६३) गुणिसूवि जैनी । ग्रंथ-ढुङ्गासागर । । कविताकाल--१६७६ } : नाम---{ २६४ ) चतुर्भुजसहाय सिरोहिया उदेपूर ! 'प्रेयस्फुट । . . वितुझाबु-१६७७ । .। । विवरण---वैराग्य जगतसिंह के यहाँजस्यीददार थे। साधारणश्रेणी