पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/१९६

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५११ गिधन्धुविदाई। [ सं० १७ नाम--५६१) लेाकमणि । ग्रन्थ-पैयक। चिनकाले-१७।४।। विषय-सूदन ने इन भनि गुमानचरित्र में दिया है । नाम-(५६५) इच्छाराम अवस्थी या जि० व्यारबंकी। । अन्य - प्रह्मदास । कविताकार-१६:५] वियर-इन्दन वेदांत का प्रन्य झविलास धनाया है साधारण में । नाम-(५६६) गुरुप्रसाद । प्रन्थ-नगर। फचित्राल– १५ चित्र-साधारण । नाम-(५६७) ध। फयिकाल-f७५५ । नाम (५६८) गपूराम। प्रध-(१) दुशम्परा, (२) यशपश। वयेनाका-१७५५।। पिचर शा—ये ऋथ इन्होने अपने भाई माराम के साग नांगै हैं । नाम--(५६.६} वागीराम ।