पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/२००

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

[ मै ३२८ ११८ मिध्वयिः ।। प्रन्–रापरवाचली। चिरकाले-१६५८। विचरण–j घेला ठाकुर तिलकसिंह के पुत्र । नाम-(६१६) कृपाराम गुदड़ । अन्ध-भागवत दशम स्कंध भाषा । कविज्ञफिद-१९५८। विवरगा—चित्रकूट का महंत । नाम-(६१७) ईश्वर कवि । जन्मकल्लि–१३८ । वचिताकाल-१७६० । बिचर—ये पैरंगज़ेघ के यहाँ थे । इनकी रचन तेष कवि की श्रेणी की है। नान-(६ १८) दामोदर । अन्य फुट पद । फपिवाफाल–१६६० । बिबरश-हित सम्प्रदाय के। नाम (६ १६} भावन धुंदेल शैडी। फयिताकाल-१७६० । नाम--(६३०) मुहम्मद शाद। अन्–{१) मारगरिर, (5) स्फुट । झन्मकार-१९७३५।