पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/२५५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

६७३ गिधन्धुपिजाद। [९० १३८ नाम-(६६०) इपामाया । प्रयदय । जन्म -१७५३।. चित्रादि--१७८६] चिचरण-साधा थे । नाम---(६६.१) दसिह राजा देगी । अन्ध-प्रेमपाधि । विनाकाल--१७८१ । विवरण साधारण ४ गते । नाम-(६६ ३) आतम मारिया । अन्ध--हरिप्त (भरि । "कवितका–१२ नाम-(६६.३) मण्डल कायस्थ दतियः । अन्य--(१) सुदामसिमाज, (२) राज्ञा भामर्दन की कथा, (३) भूपदाम, (४) नामप्रकाश, (५) जेभिन अश्यमैंध। कविकास१८३} विचरण--साधारण थे । नाम-(६६४) जुल्फकार पाँ । अन्ध-जुलफार सतसई । चितकाल-१७८२ ।। विर-वृंदेलङ्गड़े के शासक अलीबहादुर के पुत्र हैं।