पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/३४१

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२०६५ गिन्नश-श्रुविनाद् । { मं० १६०० अपस्फुट भद। रचनाकार--१८०० के झगमय। विष साधारण ४ ।। नाम (७७४) तालिशा जन्मकाल-१७६८। रचनाकाल-१८१p | विचार–साधारय थे की । इनकी कविता घडी घाली मिश्रित है। नाम-(७७५) नन्दराल। जन्मशाल– ४ । चनकाल–१८•=1 विवरय—साधार क्षेण । नाम--(७७ ६) नवलदास पृन्दावन । अन्ध-या । रचनाकाल-१८०० ।। विचरण-ये नागपैदास के दिव्य थे । इनकी बानी के ५ पृष्ठ हमने | पुरवार छत्रपुर में देखें। धीन थे । नाम---(७७७) नारायच्य। अन्ध-रिश्चन्द्र की कथा। चावल–१८०० } नाम-(७७८) नित्यकिशार। अन्य फुट पद। वनाकद-१८०० ( अन्दाज्ञी }।