पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/३५२

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झाल ] बरात प्रकरण । छ६५ चनाकाल-१८६० से १८४१ तक । नाम-(८४७) विहारी बुदेला कार्यस उडछा । थि–दम्पतिध्यानमंझरी । जन्मका–१८६ ।। रचनाकाल—१८१०। विवरण साधारय भैणी) नाम-१८४८) प्रलमध । अन्य-रागमाला ! झन्मेकाल-१७८० । रचनाकाल-१८१० | चियरष–रा फे लाण इत्यादि लिखे हैं। साधारण शें शा। नाम-(८१) रसराज। अन्य—मन्नाथ । जन्मकाल--१८८५ रचनाकारू–१८१० । निघर–साधारण से हो । नाम (८५०) रसरूप 1 ग्रन्थ (१) उपसम्भशतक, (२) तुलसीभूपया (१८११), (३) शिवनम | रचनाकारू–१८१७ वियर–साघरि में शा। नाम--(८५१) रसिझविहारी।