पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/४२४

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सूदनमाळ ] उत्तर प्रकरण । ८३७ प्रत्य--१ भकपास, ३ भक विदाम, ३ गुमल्लाप, ५ पुरु- चिलास, ५ रतनपान, ६ अलखवानी । फपिता काल—२४ के लगभग ।। विचरण-धावू कृपाचक्तदेय बन्नश्री काळी-निवासी के मातामह' के घावा ६।। नाम--(६ १ १) चन्दास ( लाल) कायस्थ । ग्रन्ध-शक्त इरसा { माभादास कृत समाळ फी का)। जन्मैकाल-१८०० । कविता-काल-१८२५ । नाम-(६४२) बदन। कविता फाळ-१८२५ळगभग । विवर--सूरजमछ के पितगई ।। मान-(६४३) फ्ल्यानसिइ (कड्याम ) जैसलमेर । अन्य फुट। कविता-काल-१८२६ । बिचरण साधारण शें ण, महाराजा गुल राज जैसलमेर-नरेश के मश्रित थे। नाम--(६४३) फुलाल मिश्र ज्योधार आगरा वाले। अन्ग नाषी । कांधताफाल–१८२६ । २ नाम-(६१५) जीवन । जन्मकाल-६८०३|