पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/४६५

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E८ मिक्षघन्युविनाए । [५० १८५३ विवरण–शा तास कामनरेश की मात्रा में सतसई फा संस्टन में उन्धा किया था। नाम–१ ० ० १) त्रसाल, माटी शिने झांसी । मन्य-प्रेममनछ । कविता-का-१८३३ । बियर–हीन थे । माम–११ स ० २) दूल्हामि । ग्रन्थ--(१) सा, (२) शब्द, (३, शब्दज्ञान । कविता-फा –१८३३ । चियर–सत्यनामी पंथ के तृतीय गुरु । नाम-१ ० ० ३) बालकराम । अन्य--भःसाल की। कविता-काल-१८३३ । नाम- (१ १ ० ४) धिमाजात । लघुजन ) महारज्ञा चैड़ा । अन्य--(१) लघु सरसैया, (२) भारतसंगीत, (३) पदरात मालाचठी, (४) विष्णुपद दो अन्य | कविता-फाल–१८३३४ ।। विवरण–महाराष्ट्र से लड़े। समरिण । । नाम--(१ ० ० ५) ब्लू भाई ब्राह्मण, भृगपुर। प्राप-दादरम्यमंजरी (पृE 95 गद्य पद्य)। कविता-काल-१८३३। माम(११८ ६) इतपरमानंद ( घशवासी )।