पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/४६९

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८३ भिश्पन्धुविद् । पर--साधारय थे । नाम-१०१६) धनंतर । अन्य--पधिविधि! चितावाल-६८३६ के पूर्व । बघण-पद्य शून्य । नाम-११३०) व्यासदास । मन्थ झझान।। कविताकाल-१८३६ के पूर्व । नाम-(१०२१) दयानिधि, वैसपड़िा। अन्य–लिहेत्रि भापा छंवाद । जन्मफल १८१६ । काँधताका–१८३६ । विवरग्रसघारण श्रेण । नाम-११०३२) द्विज फयं । अन्ध–समामफाइ । कबिताफल–१८३६॥ पियर–रिपेार्ट से १८२६ का समय निकलता है। नाम (३०२३} अनेमानंद । अन्ध-नदिक दीपपंचदशी । कबिताका–१८३७। नाम-(१०२६) शिपर अली ।