पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/५०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

३६६ मियन्युबिनाद । [म. १६६ नाम--(३००) यशदास साधु । अन्ध---{१) संघ यानोका सिद्धान्त, (३) फुट भज्ञन् । ' रचनाकाल-१६८१ के लगभग। विचरग-राधावामी । नाम--(३०१) हेमराज । अन्य-१ नय अन्न, ५. भक्त स्तोत्र भाया । जन्म-संयत्-१६६०। रचन-याल-१६८४ | नाम (३० २) परगसेन फायर ग्वालियर थाले । झन्ध–(६) दानलीला, (२) दीपमालिका-चरि। जन्म संवत् १६६०। रचना-काल-१६८५ नाम-३१३) मरम्। अन्ये-फुप्तकाश । जन्म सनत्३६५७। रचन-काल-१६८५! नाम-(३०४) जम्नसिद्द राया। झन्ध–जलास। रचनाकाल-१६८५ से १७६१ तक। विवरण-यै महाराजा-मेवाड़ करिये के प्रेमी थे । जगद्धलास इनके समय में एक भट ने बनाया, जिसका नाम नहीं मालूम हूँ।