पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/५९१

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१८६३ मिवन्धुकिन् । [सं० १६८ ज्योतिपयु , ५) भजनमार, १६} दराई- नामा, (७) गुथमदिमा ।। जन्मकाळ-८५२ । यचिता-काल-१८८०| नाम-(१२७३) धेनों प्रकट आद, श, नरबळ । कविता-काल-१८८० । नाम-(१३७४) रामनाथ सिरेया में दी। अन्य स्फुट ३ । फरता-काल-१८८० के गमग । *. | पिंपरय-साघारमः कवि थे। नाम-(१२७५) राम राव राजा अन्य-काव्यप्रमाकर। घडविता-काल-१८८० । विवरण क्षत्रिय, सूयशो । रा. * नाम-(३२७६) श्री गोविन्दर्ज हैं ** | सरदार। ग्रन्थ-६३) नस्रशिध (१८८०) (पृe मरुभए । दुई मुमाल ६ जान बन्द । १५ (१२५) शिख (१८., यस कविता-का -६८८। । | वियर-अधिपदाता गैपालपुरा के -नाम-(१२७७) साधर । ई थे। इनका उसमें अन्यो

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