पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/५९२

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पद्माकर मन ] उत्तरात फ़त प्रकरय । अम्मकाल-१८५५) कबिता- -१८८० | विवरण- दोन श्रेणी । नीम (३३७८) कवि। जन्मकाल-१८५५ ।। कविता-काल-८८० । निचरा ताप थे । भाग-(३२७६) हरीदास (हरी) फायय, चरभारी । मन्थराधाकिशनप । कविना-वा--१८८० । विवरण-महाराजा स्दनसिंह के समय हो थे । नाम-(१२८०) कविराज । करिताका--१८८६ । पिपर—निस ४ ।। नाम-(१२८१) गोपाङ बन्जन । अन्य--(१) शिस्नमसदृपैदा (अर्थात् बलभदर शिवनस्त्र की टीचर) (१८११), (२) मानपनोसा, (३) वृन्दावनध्यम अनुराधी , (३) दम्पतिवाप्यविलाह। जैदी काल-१८८३। रण-चरखारीनरेदा पन्ना रतनसिंह के यहाँ धे। --(१३८२) गणेश झायरा पैदा वा दतिया।