पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/६३१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

पीय] ज्ञात-चिन्न प्रकरण । १०४३ माम--(१५४३) पीयें। चारण । अन्य–फुटकर गीत, कवित्त । नाम (१५४ ४) पीपाजी । प्रन्थ—पीपाजी की बानी।। विवरय दातूपधी । ये १४५७ या पीपाजी से पृथफू जोक पडते हैं। नाम-(१५४५) पूरन चन्द । ग्रन्थ–रामरस्य रामायण 1 नाम--(१५४६) पुरा मित्र । मन्थ–(१) रागनिरूपण, (२) नादीदधि ( नादाय)। भाग-(१५४७) पृनाथ । ग्रन्थ-(१) सिसमध आरमप्रचार यैाग भन्थे, (२) फुटकर छन्। नाम-(१५४८) पृथ्वीराज चरिच्य। प्रन्थ—गए अभैविस । नाम-(१५४६) पृथ्वीराज प्रघन काय, पु देखी। प्रन्थ शालिहोत्र । पियर–दीन श्री ।। नाम-१५५०) प्रधान केशवराय । अन्य–लिप्त भापा ।