यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
१०५१
[सं० अज्ञात।
मिश्रबन्धुविनोद।
विवरण- नीति, शगेपदेश । शटोक-संख्या ५०० ।
नाम-(१६१७) भीरपूजी ।
अन्य-हु ढीरावाल ।
विवरण–रापूतानी भाषा के कवि|
नाम-(१६१८) भूधर मल।
अन्य-भूपालचौषीसी |
नाम-(१६१६) भूप, शहजादपुर ।
अन्य-चम्पू सामुद्रिक भाषा ।
नाम-(१६२१) भेख ।
अन्य-फुटकर कवित्त ।
नाम–(१६२१) भैरी कनि, लुहार सीकर।
विवरण- खेतड़ी के राजा वायासिँह की प्रशंसा में बहुत से
छन्द बनाये थे। साधारण श्रेणी।
नाम-(१६३२) भौलानाथ, कवौज ।
अन्य-(१) वेतालपचीसी, (२) भापालीलावती ।
विवरण–दीक्षित ।
नाम–(१६२३) मतिरामजी |
अन्य–कविरनमालिक ।
नाम-(१६३४) मदनगोपाल, शरणारी चले।
विवरण-हीन श्रेणी।