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[सं० अज्ञात।
मिश्रबन्धुविनोद।

विवरण- नीति, शगेपदेश । शटोक-संख्या ५०० ।

नाम-(१६१७) भीरपूजी ।

अन्य-हु ढीरावाल ।

विवरण–रापूतानी भाषा के कवि|

नाम-(१६१८) भूधर मल।

अन्य-भूपालचौषीसी |

नाम-(१६१६) भूप, शहजादपुर ।

अन्य-चम्पू सामुद्रिक भाषा ।

नाम-(१६२१) भेख ।

अन्य-फुटकर कवित्त ।

नाम–(१६२१) भैरी कनि, लुहार सीकर।

विवरण- खेतड़ी के राजा वायासिँह की प्रशंसा में बहुत से

छन्द बनाये थे। साधारण श्रेणी।

नाम-(१६३२) भौलानाथ, कवौज ।

अन्य-(१) वेतालपचीसी, (२) भापालीलावती ।

विवरण–दीक्षित ।

नाम–(१६२३) मतिरामजी |

अन्य–कविरनमालिक ।

नाम-(१६३४) मदनगोपाल, शरणारी चले।

विवरण-हीन श्रेणी।