पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/८८

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मिधन्धविनात् । [सं। १ जन्मसंवत्-१६८६ ।। रभाषा–१७५• । विवरण-साधारगा । । नाम--(३८६) मुसियय वायरथ सागर । ग्रन्थ-नरसि एपचा। जन्म-संवत्--१६८०| चनकाल–१७१०} विपरप—सागरना उदाह के दरबार में थे। नाम-(३६०) आनन्द। अन्य-५) कसार, (२) सामुद्रिक । रचनाका–१७।१।। विचर- जि रिपोर्ट से इसका पता संवत् १७९१ चलता है। नमि-(३६१) जदुनाथ शुरू। न्य-प्रासुन्न। रचमान्काल–१७११।। विवरण ताप भंगी । नाम-(३६ २) तुलसीदास। अन्य—(१) रसल्लोळ, (३) रसभूपय । रचनाकाल–११७११ । नाम-(३६३) श्रीकवि। रचनाकाल-१७१२ फे । नाम-(३६४) धीठ कवि।