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मिश्रबंधु

मिश्रबंधु-विनोद नाम-( २०४/५° ) रामाजी दादा शिंदे। ग्रंथ-(१) कमलावती, की कहानी, (२) वंशावली इतिहास । रचना-काल-सं० १६१०। विवरण-श्राप महाराजा संधिया के वंशधर थे । ग्रंथ की भाषा उदू-मिश्रित है। नाम-(२०५/१५ ) किशोरसिंह कांधल, ग्राम पीथरासर, रियासत बीकानेर। जन्म-काल-सं० १८८ह के लगभग । मृत्यु-काल-सं० १६७८ । ग्रंथ-स्फुट कविताएँ। विवरण-आर रियासत बीकानेर के एक सम्मानित सरदार थे। कुछ काल तक उक्त रियासत में इंस्पेक्टर-पुलिस तथा वकील, आबू के नाते काम कर चुकने पर यह महाशय वहाँ के हाईकोर्ट-जज हो गए । यह कवि ठाकुर चतुरसिंह, राष्ट्रवर (बीकानेर) द्वारा हमें ज्ञात हुए हैं। नाम-(२०६/११) लक्ष्मीनाथ गोसाईं , मिथिला । रचना-काल-सं० १६१४ के लगभग । प्रथ-भजनावली। विवरण- -आप मैथिल ब्राह्मण थे। काशी के विख्यात पंढित राजाराम शास्त्री आपके शिष्य थे। श्राफ्का देहांत हुए लगभग पचास वर्ष व्यतीत हुए हैं। नाम-(२०७/१३) मीरादास, मालवा । ग्रंथ-नरसी मेहता का मामेरा । रचना-काल-सं० १६ १५ । नाम--(२०/२६/थ७) गंगाधर व्यास, राज्य छतरपूर ।