पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ४.pdf/११२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
११२
११२
मिश्रबंधु
१०६
मिश्रबंधु-विनोद
कविता-काल--सं० १६३० के लगभग ।
 
मृत्यु-काल सं० १६६४ ।
 
ग्रंथ-मनुस्मृति का हिंदी-पद्यानुवाद ।
 
विवरण-यह माथुर चतुर्वेदी ब्राहारण पंडित यमुनादासजी के पुत्र थे। आपका ग्रंथ अभी तक अप्रकाशित है। पंडित उमरावसिंह- पांडेय, संत्री चतुर्वेदी-पुस्तकालय, मैनपुरी का कथन है कि इनके वंशज श्रीयुत लक्ष्मीनिधिजी द्वारा उनको यह ग्रंथ देखने को मिला है।
 
नाम-~~(२२५८) रामप्रतापसिंहजी, मैनपुरी-नरेश ।
 
जन्म-काल-सं० १६०६ ।
 
कविता-काल-सं० १३३० ।
 
मृत्यु-काल-सं० १६६३ ।
 
ग्रंथ----राग-लय-दर्पण।
 
विवरण-आप वर्तमान मैनपुरी-नरेश के पिता थे। यह बड़े गुणत्राही तथा हिंदी-प्रेमी थे । प्रसिद्ध गायनाचार्य मुन्नालालजी और पंडित काशीनाथजी आपके दरबारियों में से थे। ग्रंथ में भिन्न-भिन्न राग-रागिनियाँ संगृहीत हैं।
 
नाम--(२२६६) माधवसिंह ( कविराब), कृष्णगढ़ ।
 
जन्म-काल-स० १६०६ ।
 
रचना-काल-सं० १९३५
 
ग्रंथ-लक्ष्मणप्रकाश तथा स्फुट छंद ।
 
विवरण-कविराव बखतावरसिंह के पुत्र तथा उन्हीं के शिष्य थे। इनका राजदरबारों में मान था ।
 
उदाहरण-
 

आनन मयंकवारी गुन हरि अंकवारी,
भौ हैं धनु बंकवारी, सौतें उर-शालिका,