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मिश्रबंधु
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मिश्रबंधु-विनोद
नाम-(२३०/२० ) रघुनाथदास पांडेय, इटावा ।
 
जन्म-काल-सं० १६०७ ।
 
मृत्यु-काल-सं० १६८०
 
विवरण-भार्याहित ( Advice to Young Woman-
 
नाम्नी अँगरेज़ी-पुस्तक का अनुवाद)
 
विवरण---यह इटावे के सुप्रसिद्ध पंडित जगनाथदासजी के सुपुत्र थे ।आप संस्कृत,हिंदी तथा अँगरेज़ी के अच्छे विद्वान् थे।
 
कोटा-राज्य की दीवानी के पद पर इन्होंने लगभग २७ वर्ष तक बड़ी ंयोग्यता -पूर्वक कार्य किया, और गवर्नमेंट ने इन्हें रायबहादुर, दीवान-बहादुर, सी० एस० आई० आदि उपाधियाँ प्रदान कर सम्मानित किया। इस समय आपके पुत्र पंडित निश्वंभरनाथ एम० ए० श्रापके दीवानी के पद को सुशोभित कर रहे हैं।
 
नास-(२३०/११) रामअवोन सोनार, टिकैतगंज, लखनऊ।
 
जन्स-काल-सं० १६०७ ।
 
कविता-काल-सं० १६३२ ।
 
मृत्यु-काल-सं० १६७० ।
 
विवरण--राजा लाल माधवसिंह अमेठीवाले के यहाँ इनका मान था।
 
प्राचीन प्रथा की रचना की है, जो साधारण श्रेणी की है।
 
ग्रंथ- राधाकृष्ण-नख-शिख, अलंकार-चंद्रिका ।
 
नाम-(२३१/१९) शिवप्रसाद शर्मा द्विवेदी, सरयूपारीण ब्राह्मण, शाहगढ़, रियासत बिजावर ।
 
ग्रंथ-धर्म-सोपान, स्फुट कविता व लेख ।
 
जन्म-काल-सं० १६०८।
 
नाम-(२३३/२६ ) वेणीराम (द्विज बेनी)।
 
जन्म-काल-सं० १८१५ ।
 
रचना-काल--सं० १९३५ (निधन-काल सं० १६७१)।