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मिश्रबंधु
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प्राचीन कविगण
ग्रंथ-क्षत्रिय-जाति की सूची।
 
मृत्यु-काल-सं० १९७२ ।
 
विवरण--आप ठाकुर शिवनाथसिंहजी,जागीरदार बीदासर एवं प्रथम श्रेणी के ताज़ीमी सरदार के पुत्र थे। इन्होंने रियासती कौंसिल के मेंबर रहकर अच्छे-अच्छे संस्थानिक काम किए थे। हिंदी-भाषा के यह महाशय अच्छे विद्वान् थे। अपने ग्रंथ में आपने राजपूताने के ३६ वंशों का विस्तार-पूर्वक वर्णन दिया है। यह ग्रंथ आपके पौत्र ठाकुर हीरासिंहजी ने छपवाया है, और अब उसके तीन संस्करण निकल चुके हैं । ( ठाकुर चतुरसिंह, राष्ट्रबर, बीकानेर, द्वारा ज्ञात)।
 
नाम-(२३६४) हरिहरप्रसादसिंह, (महाराजकुमार) दलीपपुर, (शाहाबाद)।
 
जन्म-काल-सं० १६११ ।
 
रचना-काल-सं० १६३६ के लगभग।
 
मृत्यु-काल-सं० १६४६ ।
 
ग्रंथ--(1) हरिहर-शतक, (२) अस्फुटावली, (३) षट्-पदावली, (४) अस्मरनी, (५) सिख-नख-वर्णन (अप्राप्य)।
 
विवरण--आप श्रीमहाराजकुमार बाबू भुवनेश्वरप्रसादसिंहजी के पुत्र तथा श्रीमहाराजकुसार बाबू नर्मदेश्वरप्रसादसिंहजी के भतीजे थे। आपने संस्कृत, फारसी तथा हिंदी में ज्ञान प्राप्त किया था।काव्यालंकार आदि विषयों के भी आप ज्ञाता थे। इनका सिख-नख-वर्णन' नामक ग्रंथ प्रायः अप्राप्य है । कतिपय छंद इस ग्रंथ के मिले हैं, ऐसा कहा जाता है।
 
उदाहरण-
 

अरुनारे कंज पै सुमन करिहारी तापै
      इंदीवर कंजन पै राजत भ्रमरगन ;