यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
१३०
१३०
मिश्रबंधु
१२४
मिश्रबंधु-विनोद
नाम-(३३६६) गोप भाट, गुजरात-प्रांत ।
ग्रंथ-छाड़ राजा तथा वीण राजा के पुत्रों का वर्णन ।
नाम-(३४०० ) गोपालनाथ, महाराष्ट्र-देश ।
ग्रंथ-स्फुट कविता।
विवरण- [--आप नाथपंथी साधु तथा आत्माराम के शिष्य थे।
उदाहरण-
कर विचार मन रे ! तू क्या करे गुमान;
दो दिन का मिजवान, आखर जायगा नादान ।
नाम-(३४०१) चतुर ।
ग्रंथ----काव्य-कुतूहल ।
विवरण-यह तैलंगी गोकुलस्थ भटृ ब्राह्मण थे ।
नाम-(३४०२ ) चतुरदान, बोजलवास, जोधपुर राज्य । ग्रंथ-चतुर-रसाल ( नवरसमय नायक-नायिका-भेद पर ग्रंथ )।
नाम-(३४०३) चतुरदास महंत, रतलाम ।
ग्रंथ-(१) महिमापचीसी, (२) ज्ञानपचीसी, (३)गोविंदनामपचीसी, (४) प्रश्नोत्तरपचीसी, (५) श्रानंदपचीसी,(६) गुंजमालिका, (७) गर्भलीला, (८) धर्मापदेश, (९)अमरकोप।
विवरण--आप रामानंदी संप्रदाय के बाबा थे।
नाम-(३४०४ ) छत्रशाहदेव, महाराजा सिंहरौली।
ग्रंथ-पदरत्नावली ( राग-रागिनियों का ग्रंथ )।
विवरण--यह सिंहरौली के प्राचीन राजारों में से थे ।
नाम-(३४०५) छेदीदास बाबा ।
ग्रंथ-(१) संत-महिमा, (२) स्नेह-सागर ।
नाम-(३४०६) जनपंडित, महाराष्ट्र देश ।
ग्रंथ-स्फुट कविता ।