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मिश्रबंधु

सं. १९५८ पूर्व नूतन २४७ नाम-(३५५५ ) परमानंद भाई। जन्म-काल-सं० १९३३ । ग्रंथ-(१)गीतामृत, (२) सेवा-संदेश, (३) वीर बैरागी, (४) आप बीती, (१) योरप का इतिहास, (६) भारतवर्ष का इतिहास, (७) हिंदू-जीवन का रहस्य । 'आकाशवाणी' साप्ता- हिक पत्रिका के संपादक रहे । विवरण-करियाला, जिला झेलम-निवासी भाई ताराचंद के पुत्र हैं। आप देश-हित-संबंधी कामों में सदैव लगे रहते हैं। आप श्रार्य-समाज के नेता हैं, और शुद्धि तथा संगठन का काम बड़ी मुस्तैदी से कर रहे हैं। हिंदू-सभा के आप स्तंभ-रूप हैं । देश में आपका बड़ा नाम है । आपके ग्रंथ बहुत उपादेय तथा सुपाध्य और शिक्षाप्रद हैं। नाम-(३५५६) भवानीदास कायस्थ खरे 'सुशील कवि' तालबेहट (झाँसी)। कविता-काल-सं० १९५८ । ग्रंथ-(१) सत्यनारायण व्रत-कथा का अनुवाद, (२) श्रीमद्भागवत पुराण (पृष्ठ-संख्या प्रायः २०००, अप्रकाशित)। उदाहरण- प्रथम जन्म जिन दान न दीन्हा; है कंगाल जन्म तिन्ह लीन्हा । पेट भरन चिंता निशि वारा ; पावत जीव संसारा । x x x दारा सुवन आपने जानहिं निज समर्थ तिन हित धन प्रानहिं । x कष्ट 3 x x