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मिश्रबंधु

२६४ मिश्रबंधु-विनोद सं० १९४५ (१) मीरा बाई का चरित्र, (६) मोरध्वज की कथा, (७) रघु- नाथविलास [प्र. ० रि०], (८) हरिनाम-सुमिरनी । नाम-(३५८५) रसदेव । ग्रंथ -बृहलतापमोदतरंगिणी, (२) वृहत्पदविनोद । [पं० ० रि०] नाम-(३५८६) राखन । ग्रंथ-सुदामा-चरित्र । [ तृ० त्रै० रि० ] विवरण-पाली, जिला हरदोई-निवासी थे। किसी शिवगुलाम मिश्र के अनुरोध से यह ग्रंथ वना । नाम-(३५८७ ) राधाचंद्र चौवे । ग्रंथ--टीका अनंगरंग। [च० ० रि० ] नाम-(३५८८ ) रामबख्श पुरोहित, ग्राम कुलचासर, रियासत बीकानेर। जन्म-काल-सं० १९२० के लगभग । ग्रंथ-गंगयशेंदु चंद्रिका (सं० १९७७)। विवरण: -आप पं० टीकूगम के पुत्र हैं । उक्त ग्रंथ महाराजा गंगासिंह, बीकानेर-नरेश के यशोगान में रचा गया है। (ठाकुर चतुरसिंह राष्ट्रवर, बीकानेर द्वारा हमें ज्ञात) नाम-(३५८६) रामभरोसे पाँड़े। ग्रंथ-पद्य व्याकरण-सार । [ द्वि० ० रि० ] नाम-(३५६० ) रामलाल शर्मा (साधु)। ग्रंथ-रामचंद्र-ज्ञानविज्ञान-प्रदीपिका । [द्वि० ० रि०] नाम-(३५६१) लक्ष्मीकांत । ग्रंथ-गृहवास्तुप्रदीप । [पं०त्रै रि०] । नास-( ३५६२ ) लालजी कायस्थ काकोरी, लखनऊ। मंथ-लक्ष्मीनारायण कवि का जीवन-चरित्र । [ द्वि० ० रि० }