पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ४.pdf/२७८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
२७८
२७८
मिश्रबंधु

सं०.१९४८ पूर्व नूतन नाम-(३६४४) छोटेलाल कायस्थ, देउरी, जिला सागर । जन्म-काल--सं० १९२३ । नाम-(३६४५) पन्नालाल ब्राह्मण, सुजानगढ़, बीकानेर। जन्म-काल-सं. १९२३ । ग्रंथ-४० पुस्तकें। विवरण-भूतपूर्व संपादक जैन-हितैपी। नाम - (३६४६) पहलवानसिंह, मकरंदनगर, फरुखाबाद । जन्म-काल-सं० १९२३ । अंथ-(१) नलोपाख्यान, (२) संक्षिप्त क्षत्रिय-व्यवस्था, (३) राठौर वंशावली। नाम--- [--(३६४७) शैलजी ब्राह्मण (शैल), बैरिहा-राज्य, रोवाँ। जन्म-काल-सं० १९२३ । नाम--(३६४८) सूरतसिंह सुधी कवि । जन्म-काल-सं० १९३० । रचना-काल-सं० ११४ ग्रंथ-(१) सूरति-विनोद, (२) रसवृष्टि । विवरण-भापके पिता का नाम रामदीनसिंह था । उदाहरण-- रति सों रसीली गुन श्रागरी मनोज भरी, वैठि कुरसी पै प्रानप्यारी केलि घर में। सुंदर सँवारि केस देखति मुखारबिंद, सूरति भनत सुभ्र पारसी लै कर में। ताम श्रोप आनन की मांगहू समेत इमि, सोहै तोन उपमा कहत जौन उर में। सीस पैत्रिबेनी ले कलंक धोइवे के काज, मानो धरयो मुदित मयंक मानसर में।