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मिश्रबंधु

२७८ मिश्रबंधु-विनोद सं० १६५० विवरण-बेनिस के व्यापारी के आधार पर प्रथम ग्रंथ है। नाम-(३६७०) उदयलाल कासलीवाल । आपने कई जैन-ग्रंथों का हिंदी में अनुवाद किया है। खंडेलवाल जैन । सत्यवादी के भूतपूर्व संपादक । नाम-( ३६७१ ) उदितनारायणलाल कायस्थ, गाजीपुर । ग्रंथ-बँगला के कई उपन्यासों का भाषानुवाद किया है। विवरण-यह गाज़ीपुर के प्रसिद्ध पुरुप थे। नाम-( ३६७२ ) केदारनाथ चतुर्वेदी उपदेशक, ग्वालियर । जन्स-काल-सं१९२५ । अंथ-(१) कन्या-बोधिनी ( गद्य-पद्य ।, (२) स्वीरितमाला (गद्य)। नाम-(३६७३ ) गोपालदास बरैया। ग्रंथ-(१) सुशीला, (२)जैन सिद्धांत-दर्पण, (३) जैन- सिद्धांत-प्रवेशिका । विवरण --आगरा-निवासी । दिगंबर-संप्रदाय के धुरंधर विद्वान् । नाम-(३६७४) चंद्रावतीदेवी, बनकटा, आजमगढ़। नाम-(३६७५) जीतसिंह बुंदेलखंडी। रचना-काल-स. १४५० 1 ग्रंथ-विनयरसामृत । नाम-( ३६७६) जुगुलानंद ब्राह्मण, गोंडा । ग्रंथ स्वभाव-सुधासिंधु, (पृष्ठ ४८), [द्वि० ० रि०] । नाम—(३६७७ ) दिग्विजयसिंह राजा। ग्रंथ-छंद दस्तखत, [पं० ० रि०] । नाम-(३६७८) द्वारिकाप्रसाद कायस्थ, खटवारा, जिला बाँदा । जन्म-काल-स. १९२४ ।