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मिश्रबंधु

मिश्रबंधु-विनोद सं० १९५३ ग्रंथ-(१)पन-मंजूषा, (२) विष्णु-षट्पदी, (३)गार-सुधा- संग्रह, (४) गणेशोत्सव-दर्पण, (५) सत्संग-विलास-संग्रह । विवरण-आपकी रचना ब्रजभाषा में है। थापने छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध कवियों का वर्णन एक कवित्त में किया है। उदाहरण- सुकवि गोपाल मिश्र द्विज प्रहलाद कवि , बाबु रेवाराम रनपुर के न यामे भ्रम, हो गए अनेक ये छत्तीसगढ़ माह कवि , और हैं अनेक बुद्धि-विद्या माहिं नाहिं कम । सुकवि अनंतराम मालिक औ सुंदरजू , लोचनप्रसाद कवि मनि सम अनुपम ; मेदिनीप्रसाद तैसे भानु कवि भानु सस , है न अति-उक्ति कवि मीर है मयंक सम । नाम-(३७१३) शिवदास पांडेय, सस्तूरी। जन्म-काल-सं० १९२७ समय -संवत् १६५३ नाम-(३७१४ ) कन्हैयालाल । रचना-काल-सं० १९५३ । ग्रंथ---अजनानंदसुंदरी । विवरण-भरतपुर-वासी श्रीमाल जैन । नाम-(३७१५) कमलावतो। ग्रंथ-भगिनी-संदेश प्रादि स्फुट कविता । विवरण-आप श्यामाचरणजी की धर्मपत्नी हैं। नास--(३७१६) कृष्ण ब्रह्मभट्ट, असनी। विवरण -महाराज डुमराव के यहाँ राजकवि हैं। नाम-(३७१७) गणेशप्रसाद (गणाधिप)बिसवाँ, सीतापूर।