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मिश्रबंधु

पूर्व नूतन

नाम--(३७५१) देवीसहाय कायस्थ ।

कविता-काल-सं० १९६० के पूर्व । ग्रंथ-भजन । (द्वि०रि०) नाम--(३७५२ ) बदरीप्रसादजी वैश्य । यह लखनऊ में श्रोवरसियर थे। आपकी मौत सं० १९६५ में, प्रायः ३५ वर्ष की अवस्था में, हुई । आप हिंदी के बड़े उत्साही उनायक थे। लखनऊ में एक देवनागरी-सभा अापने स्थापित की थी, जिसमें प्रायः ३० सभ्य थे। वह सभा आपके साथ ही टूट गई। माप गद्य के एक लेखक भी थे। आप हमारे मिन्नों में थे। नाम-(३७५३) ब्रजनाथ शाजी, पटना। जन्म-काल-सं० १९३० । ग्रंथ-अनुरागशतक । विवरण-राधावल्लभी। नाम-(३७५४ ) ब्रह्मदत्त चौबे । जन्म-काल-१६३० । ग्रंथ-हितोपदेश । विवरण-श्राप छत्रहार, जिला भागलपुर-निवासी सरयूपारीण माह्मण थे। महाराज खड्गपुर के यहाँ आप राजकवि थे। --(३७५५ ) माधवप्रसाद कान्हर कायस्थ, अजयगढ़ । जन्स-काल-सं० १९३० । ग्रंथ-(१) माधव-गणित, (२) अलंकार-सागर, (३) माधव- भूपण । (प्र० ० रि०) नाम-(३७५६ ) मुनुआँ ब्राह्मण (शुक्ल), ग्राम अलीनगर कलाँ, जिला बहराइच। . प्रथ-(१) रामअर्ज-विलास (पृ० ११४), (२) परमहंस- पचीसी (पृ० २२-१९५६), (३) खुराजविलास (१९३२),