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मिश्रबंधु

सं० २५५ पूर्व नूतन - विवरण-किशनगढ़-राज्य में शिक्षा विभाग के कर्मचारी है। चास्तव में इटावा के अंतर्गत जसवंतनगर के निवासी हैं । राजपूताने के कई स्कूलों में अध्यापक रहे हैं। कविता से विशेष प्रेम है। उदाहरण- ऊँचे को नवाइ देत, गिरे को उठाइ देत, अचल चलाय चल विचल कराते हैं। कायर कपूत डरपोक रण आगे करित मरे गीदड़ों को हम सिंह सों लड़ाते हैं। तीर तरवारि बनदूक जो न होवे काज, उसे एक व्यंग्य की जबान से कराते हैं। शासक नवाब राजा खातिर हमारी रक्खें, रवि-शशि जावें नहीं कवि-जन जाते हैं। नाम-(३७६३ ) रामलाल द्विवेदी, वृंदावन । जन्म-काल-सं० १६३० । ग्रंथ-अयोनि-मैथुन-प्रायश्चित्त-व्यवस्था । विवरण-आप नं० २६६५ के लघु भ्राता हैं। नाम--(३७६४ ) रामलोचन पांडेय पैकवलि, बलिया। जन्म-काल-सं० १९३० । ग्रंथ-(3) कम-दिवाकर, (२) सखा सुधार । नाम-(३७६५ ) रोसनसिह, बंगरा, जिला जालौन । जन्म-काल-सं० १६३० । ग्रंथ-वेदसार । नाम-(३७६६) लक्ष्मण भगत पंजाबी। जन्म-काल-सं० १६३० । थ-स्फुट पद। विवरण-राधावल्लभी।