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मिश्रबंधु

मिनबंधु-विनोद सं० १९१७ प्रथ-(१) वृद-विलास, (२) भाग्यशालिनी, (३) श्याम- विनोद, (४) खड़ी बोली पद्यादर्श, (५) प्रेममोहिनी, (६) प्रिया- पल्लभ, (७) श्यामहर्षवर्धन, (८) सत्वामृतकान्य, (६) बाल- विधवा, (१०) गोहारि, (११) स्वाधीन विचार, (१२) विधवा- विवाह, (१३) पंडित-मानी-मति-चपेटिका । विवरण- माध और ब्रजभाषा एवं खड़ी बोली पद्य के लेखक । नास-( ३७४६ ) हरिगोविंद । जन्म-काल-सं० १९३१ । समय-सं० १९१७ । नाम--(३७६० ) चक्रपाणि त्रिपाठी, सुहागपुर, होशंगाबाद । ग्रंथ-राम-यश-कल्पद्रुम । समय-संवत् १६५७ नाम-(३७६१) जगन्नाथसिंह चौहान, भोगियापूर, जिला हरदोई। जन्म-काल-सं० १९३२ । नाम-( ३७६२) परमेश्वरदयालु (रसिक), तमोली, डुमराँव। जन्म-काल-सं० १९३२। अंथ-(१) भक्ति-लता, (२) गाने की चीजें। नाम-(३७६३) बचनेश मिश्र । • जन्म-काल-सं० १९३४ । (देखने से ऐसा समझ पड़ता है।) विवरण-यह रियासत कालाकांकर में नौकर हैं । श्राप गद्य और पद्य के अच्छे लेखक तथा बड़े उत्साही पुरुष हैं। नाम-(३७६४) महात्माराम । प्रथ-गीता सटीक (च. त्रै० रि०)। नाम-(३७६५) माधौ तिवारी, जौनपुर। . 7