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मिश्रबंधु

मिश्रबंधु-विनोद सं. १९९८ जन्म-का-सं० १९३३ । नाम ---( ३८१०) कृष्णकुमारलाल । जन्म-काल-सं० ११२। रचना-काल-सं० १९५८ । ग्रंथ-कई लिखे, पर छप न सके । विवरण-बांसडीह, बलिया-निवासी सज्जन सदाचारी पुरुष तथा हिंदी, फ़ारसी के विद्वान् एवं पुराने लेखक । 'भारत-मित्र', 'बिहार-बंधु' श्रादि प्राचीन पन्नों में लिखते थे। अब भी कभी-कभी कुछ लिख देते हैं। नाम-( ३८११) चुन्नीलाल मिश्र, मैनपुरी। जन्म-काल-सं. १६४६ । कविता-काल-सं० १९५८ । ग्रंथ-स्फुट कविता। विवरण- -श्राप माथुर चतुर्वेदी ब्राह्मण पं० पुरुषोत्तमलालजी मिन के पुत्र हैं । आपकी कविता प्रायः 'चतुर्वेदी' पत्रिका में प्रकाशित हुआ करती है। उदाहरण- गिरि कानन कामद रूप धरयौ सरिता सर सोहत उज्जल ही उमगे फल-फूल उछाहन सों झुकि झूमि रहे थिति मंजुल ही। अलि पुंजन गुंजन [जि रही कल कोकिल कीर कुलाहल ही सविता-कल-मंडन हेरन को मुरझानी लता फिरि ते उलही। नाम-( ३८१२ ) गोकुलानंदप्रसाद कायस्थ, मानपुरा, मुजफ्फरपुर । जन्म-काल-सं० १६३३ । ग्रंथ-(१) कमला-सरस्वती, (२) पवित्र जीवन, (३) मोती, (४) गार्हस्थ्य जीवन, (५) भक्ति-भेंट, (६) सिंहावलोकन। .