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मिश्रबंधु

मिश्रबंधु-विनोद “सं. १६६० ग्रंथ--प्रपनावलंब, वृत्तपदीपिका, श्यामसंगीत (च० ० रि०)। नाम-(३८३८) हरीराम चौधरी जाट, हिसार। जन्म-काल-सं० १९३४ १ ग्रंथ-(१) कृषि-विद्या, (२) कृषि-कोप । विवरण- -आप इस्पेक्टर जिरायत, प्रतापगढ़ हैं। समय-संवत् १६६० नाम--(३८३१) अनन्य प्रधान। ग्रंथ-ज्ञानपचासा । विवरण-आप बुंदेलखंड के क्षत्रिय थे । नाम-( ३८४० ) उदयनारायणसिंह जमींदार, बिदूपुर, सुजफ्फरपुर। अंथ-~-(१) सर्वदर्शन-संग्रह, (२) सिद्धांत-शिरोमणि, (३) आर्यभट्टीय, सूर्य-सिद्धांत । (३८४१ ) ऊधोदास बागड़ी, बीकानेर । विवरण-आप माहेश्वरी वैश्य गल्प-लेखक हैं। आपने कानन- सुसांजलि' नामक एक पुस्तक अपने कतिपय मित्रों के साथ मिलकर लिखी है, जो प्रकाशित हो चुकी है। नाम-(३८४२) किशोरसिंह । ग्रंथ-(१) राम-प्रभावली, (२) रामलीला-प्रकाशिका । नाम-(३८४३) कैलाश रानी बादल । प्रथ-जीवन-चरित्र पं. मदनमोहन मालवीय । नाम-(३८४४) कुंजविहारीशरण तिवारी 'कुज', पाठकपुर, जिला उन्नाव । जन्म-काल- -सं० १९३६ । रचना-काल-अनुमानतः सं १९६० । अंध--(१) *गार-शिरोमणि, (२) स्फुट छंद। .