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मिश्रबंधु

सं०. १९७० उत्तर नूतन कविता-काल- -लगभग सं०.१६७०। ग्रंथ-(१) श्रीविद्वद्भूषण महाकाव्य की टीका, (२) लघु स्तवराज की टीका आदि। विवरण-आपका जन्म बीकानेर में हुआ। श्राप श्रीयुत जयश्रीरामजी के पुत्र तथा महाराज श्रीमधुसूदनदासजी ( मोतीराम) के शिष्य हैं। यह संन्यासी महंत हैं। हिंदी तथा अँगरेज़ी के अतिरिक्त श्राप संस्कृत के विशेष विद्वान् हैं। हिंदी में भी काव्य- रचना की है। नाम--(३६५८ ) लक्ष्मीनारायण गुप्त, ग्राम सिकंदरा राउ, जिला अलीगढ़। जन्म-काल-सं ११४५॥ रचना-काल-लगभग सं० ११७॥ ग्रंथ-(१) रनोदय ( नीति-संग्रह ), (२) धूर्त ऐयार, (३) दर्शनी हुंडी, (१) डबल जेंटिलमैन, (६) हृदय-लहरी (गल्प), (६) उपेक्षिता (गल्प), (७) स्फुट लेखादि। विवरण-आप वैश्य-कुलोत्पन्न रायसाहब लाला ख बलालजी रईस के पुत्र हैं। गल्प-लेखन के उपलक्ष में आपने पदक प्रास किए हैं। वेदांत-शास्त्र तथा योगाभ्यास से भी आपको रुचि रहा 1 नाम-(३६५८ अ) वृंदावनलाल वर्मा, झाँसी। जन्म-काल-लगभग सं० ११४५ रचना-काल-सं० १९७० । (अच्छे औपन्यासिक) ग्रंथ-(१) गढ़-कुंडार ( उपन्यास.), (२)संगम, (३) प्रेम की भेंट, (४) कोतवाल की करामात, (५) कुंडली-चक्र, (६) बिराटा की पद्मिनी आदि।