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मिश्रबंधु

सं० १९६३ “उत्तर नूतन : समय-संवत् १६६३ नाम-(४०३३) ओंकारनाथ वाजपेयी, प्रयाग। जन्स-काल-सं० १९३७ । रचना-काल-सं० १९६३ । ग्रंथ-~-(१) लघमी उपन्यास, (२) दो कन्याओं की बात- चीत, (३) शांता । और भी कई जीवन-चरिन्न तथा उपन्यास प्रापने लिखे थे। विवरण-अच्छे गद्य-लेखक थे। आपने ओंकार-प्रेस खोलकर पछी-अच्छी पुस्तके प्रकाशित की थीं। शोक है, श्रापका देहांत हो गया है। प्रेस का काम आपके लड़के चला रहे हैं। नाम-(४०३४) गणेशप्रसाद कायस्थ, टीकमगढ़।

रचना-काल-सं० १६६३ ।

ग्रंथ-मणि-द्वीप-मंजरी। नाम-(४०३५) गयाप्रसाद (माणिक), गया। जन्म-काल-सं० ११३८ । वर्तमान हैं। नाम-(४०३६ ) गोवर्धननाथ (लल्लूजी), वल्द पं० गोपीनाथ। जन्म-काल-सं० ११३८ । नाम-(१०३७ ) दयाशंकर, मथुरा। ग्रंथ---शिशु-बोध । नाम----(१०३८) देवनारायण उपाध्याय, गहमर, गाजीपुर । कविता-काल-सं. १६६३ । ग्रंथ-~-(१) पद्य-पद्धति (पिंगल), (२) लोकोक्कि-शिक्षक, (३) भारत की प्रतिष्ठा आदि । विवरण--श्राप पं० रामपतनजी उपाध्याय के पुत्र तथा स्कूल के अभ्यापक हैं । इनकी स्फुट कविताएँ 'आर्य-महिला', 'धर्म-प्रकाश' १ .