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मिश्रबंधु

सं.१९६५ उत्तर नूतन नाम-(१०८५) इंद्रदेवलाल कायस्थ, मनियार, बलिया । जन्म-काल-सं. १९४०। ग्रंथ-स्फुट पद। नाम-(४०८६ ) गणेशरामचंद्र शर्मा, अजमेर । ग्रंथ- स्वामीजी के मराठी तथा गुजराती व्याख्यानों का अनुवाद । नाम-(४०८७) गदाधरप्रसाद पाठक, दारानगर, इलाहाबाद। थ-(3) लेक्चर्स टीचर, (२) ब्रह्मकुल-परिवर्तन, (३) शिक्षा-कल्पगुम, (४) कर्तव्य-दर्पण । नाम-(४०८८ ) गनपाल (वर्तमान)। ग्रंथ-प्रिया-प्रीतम-विलास । नाम---(४०६ ) गिरिजाशरण, वृंदावन । जन्म-काल-सं० १९४०। नाम-(४०६० ) गौरचरण गोस्वामी। जन्म-काल-सं. १९५३ । रचना-काल-सं० १६६५ । ग्रंथ-(१) जाली कुंजलाल, (२) भूपण-दूषण, (३) विचित्र जाल, (४) श्रीगौरांग-चरित्र, (५) चोरी है कि दग़ा- बाज़ी, (६) अभिमन्यु-वध, (७) भवानी, (%) चैतन्य. विजय की समालोचना पर समालोचना (8) श्रीविष्णु-प्रिया- चरित्र । विवरण-आप गोस्वामी राधाचरण के ज्येष्ठ पुत्र संस्कृत, बैंगला, हिंदी, अँगरेजी थादि के अच्छे लेखक थे। बाल्यावस्था में भारी मानसिक परिश्रम करने से श्रापका स्वर्गवास हो गया। नाम-(४०६१) चंद्रधर शर्मा गुलेरी, जयपुर । जन्म-काल-सं० १९४०। विवरण- --प्रापप्रच्छे पंडित एवं बड़े ही नम्न और निष्कपट पुरुष