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मिश्रबंधु

सं० १९६५ उत्तर नूतन जन्म-काल-सं० १९४०। ग्रंथ-(1) कालिका-स्तुति, (२) विनय-रसिक लहरी, (३) छवि-प्रिया, (४) अयोध्या-माहात्म्य आदि । नाम-(४१०५) भोलानाथ राधावल्लभी। जन्म-काल-सं०११४०। ग्रंथ- स्फुट पद। विवरण-हिंदी-साहित्य को ऐसी-ऐसी पुस्तकों की बड़ी ही आवश्यकता है। बाबू साहब ने एक बड़े प्रभाव की पूर्ति की । आपने अमेरिका तथा जापान जाकर विद्या पढ़ी थी। नाम-(४१०६) यशोदादेवी संपादिका, स्त्री-धर्म-शिक्षक। ग्रंथ-सच्ची माता। नाम--(४१०७) रघुनंदनसिंह, ग्राम मंझी, जिला लखनऊ। जन्म काल-सं० १९१०। मंथ-(१) स्फुट कविताएँ, (२) भूगोल, जिला लखनऊ तथा संयुक्त-प्रांत, (३) नूतन संगीत-दर्पण, (४) स्वदेशो- द्वार-शतक। विवरण-श्राप इस समय अमेठी में, मिडिल स्कूल के हेडमास्टर हैं। कविता अच्छी करते हैं। उदाहरण- पंच यज्ञ बेद बिन छिजहू पतित सब , अक्षर-विहीन पीन दंभ-ए-घाती में; ऊँच-नीच छुआछूत ही को सब और राज एक जाति वैठि ना सकत एक पाँती में। 'रघुनंद' केतिक अधेड़ क्वारी वित्त-विन , बहु बारी विधवा बिलाप करै जाती में;