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मिश्रबंधु

मिश्रबंधु-विनोद सं० १९६१ मैहर। विवरण-इसमें नीति और चेतावनी के १११ दोहे कहे गए हैं। श्राप पं० चंद्रिकाप्रसाद त्रिपाठी, प्रयाग की सहधर्मिणी हैं। नाम-(४१३२ ) राघवेंद्र त्रिपाठी, गोनी, जिला हरदोई। जन्म-काल-सं० १९४१ । ग्रंथ-व्रजेंद्र-विनोद। नाम-(४१३३) रामअधीन कायस्थ, जन्म-काल-सं० १९४१ । ग्रंथ-(१) सुंदरकांड, (२) रामाष्टक, (३) मुख़्तसर -रामायण । नाम-(४१३४ ) शिवसागरराम शर्मा रेना, फतेहपुर। ग्रंथ-सत्यनारायण भाषा । नाम-( ४१३५) सत्यनारायण त्रिपाठी, मंधना, कानपुर । जन्म-काल-सं० १९४१ । ग्रंथ-गो-विलाप । नाम-(४१३६) सत्यानंद संन्यासी। अंथ-(१) पाखंड-मत-कुठार, (२) कबीर-पंथ की समीक्षा । नाम--( ४१३७ ) सालिग्राम शर्मा, अजमेर । ग्रंथ-न्याय-दर्शन भाषा-टीका । समय-संवत् १९६७ नाम--(४१३८) जगन्नाथसिंह बरखेरवा, जिला हरदोई। 'जन्म-काल-सं० १९४२ । 'भ्रंथ-पत्नी-वियोग। विवरण हमारे जाननेवालों में हैं । रचना उत्कृष्ट है नाम-(४१३६) जुगलप्रसाद जमींदार। • अंथ–स्फुट कविता । विवरण-श्राप मिलाई बी० एन० आर० में रहते हैं। 1