पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ४.pdf/४५८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
४५८
४५८
मिश्रबंधु

सं.१९६१ उत्तर नूतन नाम- नाम-(४१६२ ) बद्रीसिंह वर्मा, अटिया, उन्नाव । ग्रंथ-वीरांगना-चरित। जन्स-काल-सं० १९४४ । -(११६३) मदनमोहनलाल दीक्षित, धिवरामऊ, जिला फरुखाबाद । जन्म-काल-सं० १९४४ । ग्रंथ-(1) अनुचरी या सहचरी (उपन्यास), (२) आत की चोट ( उपन्यास), (३) संसार-सेवा (उपन्यास), (४) प्रबंधन दर्पण दो भाग (प्रबंध लिखने की विधि), (१) मोहन-संजरी (उपन्यास)। विवरण-श्राप भारद्वाज गोत्रीय कान्यकुब्ज ब्राह्मण पं० शंकरलाल दीक्षित के पुत्र हैं। गद्य तथा पय दोनो लिखते हैं। इनके ग्रंथों में से मोहन-मंजरी को छोड़कर शेष सब सुद्रित हो चुके हैं । समस्या- पूर्ति से भी आपको रुचि रहती है । इस समय यह महाशय टाउन स्कूल, घिवरामऊ के प्रधान अध्यापक हैं । नाम--(४१६४) रामचीज पाँडे, अरवल, गया । जन्म-काल-सं० १६१४॥ अंथ---(१) बिहारी वीर (ग), (२) मिन-वेष से शत्रु (पद्य )। नाम --- ( ४१६५ ) वचनेश, फतेहगढ़। जन्म-काल-सं० १९४४ | अंथ-~-धीरांगना-चरित्र नाम--(४१६६) वीरसिंह उपदेशक आर्य समाज, फुलपुरा, हिसार। जन्म-काल-सं० ११४४। विवरण- आजकल राजपूत-सभा की ओर से उपदेशक हैं। नाम--(४१६७) शिवदास गुप्त 'कुखुस', जिला गोरखपुर।