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मिश्रबंधु

मिश्रबंधु-विनोद ग्रंथ-(१) शिवाजी की योग्यता, (२) शिक्षा-मीमांसा, .(३) राज्य-विज्ञान, (2) योरपीय राजकीय श्रादों का विकास। विवरण--श्राप नवागढ़, जिला दुर्ग-निवासी महाराष्ट्र ब्राह्मण श्राप हैं। हिंदी के प्रेमी और लब्ध-प्रतिष्ट लेखक हैं। नाम-( ४१६८) दुर्गाशंकर पांडेय, उन्नाव । जन्स-काल-सं० १९४६ । ग्रंथ--(१) नटवर-पचीसी, (२) लेख और लेखक, (३) पुस्तकावलोकन, (४) अभिषेक, (१) धर्म-नीति-शिक्षा, (६)व्रजनाथ-शतक। नाम-( ४१६१) बिहारीलाल ब्रह्मभट्ट । जन्म-काल-सं० १९४६ । मंथ-(१) वैराग्य-बावनी, (२) पंचानन-चरित्र, (३) मेघ- दूत का अनुवाद, (४) श्रृंगार-चूड़ामणि, (५) विरह-विलाप, (६) उल्कत अपील, ( ) साहित्य-सागर। विवरण- यह बिजावर के राजकवि हैं। उदाहरण- कारण हँसी के हो न सीखे हो स्वभाव शुद्ध, वंशज शशी के हो वशी के हू किसी के हो $ कहत बिहारी जागे दिवस रती के हो जू, ग्राहक रती के हो रती के और ती के हो। श्रापनी कही के रंगे राग में वही के जानो, भाव सवही के अपहितू सबही के हो; पड़े मोहिनी के मंत्र मोहे मोहि नीके रात, . रहे मोहिनी के प्रात मिले मोहि नीके हो।