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मिश्रबंधु

मिशबंधु-विनोद सं० १९७२ जन्म-काल-सं० १९४६ । समय-संवत् १९७२ नाम--( ४२०४ ) दरियावसिंह सोचिया। अंथ-(१) कृपि-विद्या, (२) हिंदी-व्याकरण, (३) कहावत- कन्पद्रुम, (४) श्रावक-धर्म । विवरण-गढ़ा कोटा, जिला लागर निवासी। नाम-( ४२०५ ) दंपतिकिशोर गोस्वामी। ग्रंथ-अग्रवाल-चरित्र। विवरण-गोस्वामी बजभरण के पुत्र तथा भंडौवाकार । नाम-(४२०६) प्रेमदास । जन्म-काल-सं० १९४८ थ-मथुरा-विजय (१९७२)। विवरण --यह माचाभाट, जिला रायपुर-निवासी श्रीमान हरिदास के पुन और निंबार्क-संप्रदाय के वैष्णन हैं। उदाहरण चकवी चक सोच सकोच लहे अरु चारु चकोर विनोद भरे ; विकसी कुमुदावलि मंजु नई, सकुची कमलावलि भृग ढरे । कल कौमुदी ले निशिनाथ उगे, रबि लोहित पश्चिम पाय धरे पिय संग सँयोगिनि पायो सुखै, मुरझाई वियोगिनि हाय हरे। नाम-~~(४२०७ ) बालचंद्राचार्य। प्रथ-(१) जग-कर्तृत्व-मीमांसा, (२) मानव-कर्तव्य । विवरण ---श्राप खाम गाँव-निवासी श्वेतांबर यति है। आपको खंडन-मंडन से बड़ा प्रेम है। नाम-( ४२०८) महिपालबहादुरसिंह । ग्रंथ-पद्य-पुस्तिका। विवरण--श्राप बलिया-निवासी हैं।